इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शशि ने कहा,
“गोविंदा जी की छवि जिस तरह दिखाई जा रही है, वैसी हकीकत में है ही नहीं। वह कभी हाथ उठाने या ऊँची आवाज़ में बोलने वाले इंसान ही नहीं हैं। ये सारी बातें पुराने मुद्दों को unnecessarily बड़ा बनाने की कोशिश है।”
परिवार और भविष्य पर ध्यान
टीम के मुताबिक, असलियत यह है कि दंपति अपने बच्चों — टीना आहूजा और यशवर्धन आहूजा — के करियर और शादी-ब्याह पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, न कि इन नकारात्मक खबरों पर।
शशि ने आगे कहा,
“कोर्ट में न तो गोविंदा जी लगातार उपस्थित हुए हैं और न ही सुनीता जी। सिर्फ़ एक बार वे केस दर्ज कराने पहुंची थीं। इसका मतलब यह नहीं कि उनके बीच सब खत्म हो गया है।”
‘नकारात्मकता से दूर रहें’
अपने बयान को समाप्त करते हुए शशि ने मीडिया और पब्लिक से अपील की:
“छोटी-छोटी बातों को बड़ा बनाकर सिर्फ़ एक रिश्ते पर दाग लगाया जा रहा है। सुनीता जी हमेशा गोविंदा से बेहद प्यार करती हैं और दोनों साथ हैं। आने वाले गणेश चतुर्थी में परिवार को एक साथ देख पाएंगे। रिश्तों की इज़्ज़त करनी चाहिए, न कि views और gossip के लिए उन्हें बिगाड़ना।”